Posts

Showing posts from May, 2021

मानव का श्वसन तंत्र ( Respriatory system of human)

Image
  जीवविज्ञान {जूलोजी} सरल नोट्स मानव का श्वसन तंत्र (Respriatory system of human) जाने श्वसन तंत्र के बारे में तो आज का अध्याय है श्वसन तंत्र के बारे में तो पाऐ पूरी तरह से जानकारी आप जानते हैं कि जो सजीव ह़ोते है उन्हें अपनी जैविक क्रियाओं के संचालन हेतु ऊर्जा की आवश्यकता होती है जो उन्हें ऊर्जाकीआवश्यकता खाद्य पदार्थों के ऑक्सीकरण से प्राप्त होती है।  श्वसन तंत्र (Respriatory system )- श्वसन एक जैव रासायनिक क्रिया है , जो जीवित कोशिकाओं में उपस्थित भोजन के ऑक्सीकरण के फलस्वरूप ऊर्जा (Engery ) जल कार्बन डाइऑक्साइड प्राप्त होती है। यह ऊर्जा  रासायनिक ऊर्जा ATP के रूप में संग्रहित होती है कार्बन डाइऑक्साइड बाहर निकाल दी जाती है।                 श्वसन के प्रकार श्वसन  दो प्रकार का होता है - (1) बाह्म श्वसन  (2) आंतरिक या कोशिकीय श्वसन।   (1) बाह्म श्वसन (ExternalRespriatoio) -                                         ...

मानव के पाचन तंत्र की क्रिया विधि क्या है हिंदी में(Mechanism of Digestive system of human )

Image
  आप जानते हैं कि जो भोजन आप करते हैं वह भोजन शरीर में कैसे पचता है और पाचन क्रिया के बाद कैसे शरीर में कार्य करता है। इसके लिए आपको पाचन क्रिया विधि के बारे में जानकारी प्राप्त करने के लिए पढ़ें आगे Digestive system        मानव के पाचन तंत्र की क्रिया विधि   (Mechanism of digestive system of human )  मानव के पाचन -तंत्र की क्रिया विधि का अध्ययन निम्न चरणों में संपूर्ण होता है - 1.अंतर्ग्रहण (Ingestion)   2.पाचन (Digestion)  3.अवशोषण (Absorption)   4. स्वांगीकरण (Assimilation)     5. बहि :क्षेपण (Egestion) 1.अंतर्ग्रहण (Ingestion) -   किसी भी जीव  या मानव  द्वारा भोजन  को ग्रहण करने की जो  क्रिया होती है अंतर्ग्रहण (Ingestion) कहलाती है।   मानव एक सर्वहारी प्राणी है। मानव में अंतर्ग्रहण दो चरणों में  संपन्न होता है। पहले चरण में भोजन को चबाया जाता है तथा दूसरे चरण में निगलने की क्रिया होती है। भोजन को कृन्तक (incisors) दांतों से  काटकर ग्रहण किया जाता है। मुख गुहा में अंतर्...

पाचक ग्रंथियां एवं उनके कार्य(Diegestive glands)

Image
जीवविज्ञान {जूलोजी} सरल नोट्स पाचक ग्रंथियां  एवं उनके कार्य           (Diegestive glands) मानव के आहारनाल से संबंधित तीन पाचक ग्रंथियां होती है 1.लार ग्रंथियां   2.यकृत 3.अग्न्याशय। 1.  लार ग्रंथियां  (Salivary Glands)    मानव में 3 जोड़ी लार ग्रंथियां होती है इन्हें अधोजिव्हा अधोजंभ एवं कर्णपूर्व ग्रंथियां कहते हैं। इन ग्रंथियों द्वारा स्रावित लार मुख गुहिका में आती हैं। लार क्षारीय तरल होता है। इसमें जल , टायलिन,लाइसोजाइम,श्लेष्मा एवं सोडियम क्लोराइड , पोटेशियम बाइकार्बोनेट आदि के उपस्थित होते हैं टायलिन पाचक एंजाइम है। लाइसोजाइम जीवाणुओं को नष्ट करने का काम करता है। 2.यकृत(Liver) यकृत मानव शरीर की सबसे बड़ी पाचक ग्रंथि है जिसका निर्माण भ्रूण की एंडोडर्म से होता है।स्वस्थ‌‌ मनुष्य में यकृत का भार (Weight) 1.2से 1.5किलोग्राम होता है। यकृत लगभग 15 से 22 सेंटीमीटर चौङा होता है। यकृत तनुपट(डायफ्राम) के नीचे दांयी तरफ स्थित होता है। यकृत में दो प्रमुख पालिया होती है    ~ दांयी पालि तथा बांयी पालि।  दांयी पालि ...